छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में सड़क निर्माण करने वाली एजेंसी SKC के कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई। सूचना मिलते ही अंडा पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
प्रमुख समाचार दैनिक भास्कर के मुताबिक बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा की निर्माण एजेंसी SKC दुर्ग में पुलगांव चौक से लेकर अंडा तक सड़क का निर्माण कर रही है। इसी एजेंसी में मृतक दीपक पाटिल पिता रमेश पाटिल (22 वर्ष) निवासी ग्राम भुइयाभाटा बेमेतरा काम करता था। अंडा में दीपक जोशी के यहां किराए से मकान लेकर रहता था। उसके साथ SKC में काम करने वाले दो तीन लड़के और रहते थे। जिस घर में दीपक किराय से रहता था उसी के बाहर उसका शव पाया गया। सोमवार सुबह शव को देख मकान मालिक ने अंडा पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस मामले में पूछताछ कर रही है। अंडा पुलिस इसे करंट की चपेट में आने की दुर्घटना बता रही है।
रात में पेशाब के लिए उठा, लेकिन लौटा नहीं
दीपक के दोस्तों ने पुलिस को बताया कि रविवार देर रात वो पेशाब करने के लिए कमरे का दरवाजा खोलकर बाहर निकला था। उस दौरान वो लोग भी नींद में थे। इसके चलते उन्होंने ध्यान ही नहीं दिया कि दीपक अंदर आया कि नहीं। सुबह तड़के 5 बजे उसे खंभे की तार के ऊपर गिरा पाया गया।
बिजली विभाग की लापरवाही आ रही सामने
इस दुर्घटना के लिए बिजली विभाग को पूरी तरह से दोषी बताया जा रहा है। लोगों का कहना है कि रात में बारिश और तेज हवा से बिजली के खंभे से तार टूटकर नीचे गिर गई थी। वह तार दीपक के मकान के ठीक सामने गिरी थी। नींद में जब दीपक पेशाब करने बाहर गया तो वो करंट की चपेट में आ गया और वहीं उसकी मौत हो गई। यदि बिजली विभाग ध्यान देता और लाइट को काट देता तो ये हादसा नहीं होता।