छत्तीसगढ़ न्यूजः हसदेव में हो रही कटाई को लेकर प्रदेश में हो रहा विरोध प्रदर्शन लगातार बढ़ता जा रहा है। इलाके के हजारों लोग धरने पर बैठ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी दौरान कांग्रेस के युवा नेता का लेटर वायरल हो रहा है। पीएम और सीएम को कटाई रोकने के लिए नेता ने अपने खून से लेटर लिखते हुए कटाई को रोकने की मांग की है।
रायपुरः छत्तीसगढ़ में कुछ दिनों से हसदेव में हो रही कटाई का विरोध हो रहा है। इसी दौरान एक युवक का पीएम मोदी और सीएम विष्णुदेव साय को लिखा लेटर वायरल हो रहा है। जिस व्यक्ति ने यह खत लिखा है उनकी पहचान कांग्रेस के युवा नेता अभिषेक कसार के रूप में हुई है। पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को लिखा लेटर चर्चा में है। दरअसल, हसदेव में कोयले की खदान के लिए जंगल की कटाई की जा रही है। इसके चलते वहां के रहने वाली जनजाति के लोग विरोध कर रहे हैं। वहीं, विपक्ष की पार्टी कांग्रेस भी इस कटाई का विरोध कर रही है। इसी दौरान कांग्रेस के युवा नेता का लिखा खत वायरल हो रहा है। जानिए क्या है इस लेटर के वायरल होने की वजह।
खुद के खून से लिखा लेटर
कांग्रेस के युवा नेता का लेटर इसलिए चर्चा में आया है क्योंकि इस पत्र को अभिषेक कसार ने अपने खून से लिखा है। अभिषेक कसार युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव है। अभिषेक ने बताया कि बीजेपी की प्रदेश में सरकार बनने के बाद से लगातार हसदेव के जंगलों की कटाई की जा रही है। तबसे युवा कांग्रेस पूरे प्रदेश में लगातार आंदोलन कर रही है। इसलिए मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखा है।
पीएम को भेजे पत्र में क्या लिखा?
अभिषेक कसार ने पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में कहा कि रामलला अयोध्या में आने वाले है, तो भगवान राम के ननिहाल को क्यों नष्ट किया जा रहा है। जिस जंगल (हसदेव अरण्य) में राम ने वनवास का समय माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ बिताया, उसे कटने से बचा लीजिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी। अपने खून से पत्र लिखकर हम मांग करते हैं। फर्जी ग्रामसभा की जांच करा के परसा को कटने से बचा लीजिए। अडानी प्रेम कहीं और दिखाइए। जंगल कटने से साबित होता है आप राम के नाम पर ढोंग करते है क्योंकि आप राम की निशानी को अडानी के हित में बर्बाद कर रहे है।
सीएम को भेजे पत्र में क्या लिखा?
इसी के साथ कसार ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि आपको आदिवासी मुख्यमंत्री बनाकर बीजेपी ने पेश किया है। आप जल, जंगल और जमीन की रक्षा करें विष्णुदेव साय जी। अगर आदिवासियों का घर छीन जाएगा तो आदिवासी कहां रहेंगे, कैसे जियेंगे। आप ख़ुद आदिवासी समुदाय से आते है आपको तो अच्छे से पता होगा। हम अपने लहू से पत्र लिखकर मांग करते हैं, फर्जी ग्रामसभा की जांच कराइए और आदिवासियों को न्याय दिलाइए। राज्य को अडानीगढ़ बनने से बचाइये।