देश में लोकसभा चुनाव ऊफान पर है। पहले चरण के चुनाव संपन्न हो गए हैं। वोटिंग प्रतिशत कम हो जाना सत्ता विरोधी लहर को दिखा रहा है। इस बीच दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को मतदान होने है। कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व मे इंडिया गठबंधन ने नौकरियों की गारंटी देकर देश के युवाओं का ध्यान आकर्षित कर दिया है सरकारी नौकरियों की राह देखने वाले और कंपटीशन एग्जाम की तैयारी करने वाले युवा अब कांग्रेस की ओर उम्मीद से देख रहे हैं। इस कड़ी में कांग्रेस पार्टी ने अपना भर्ती भरोसा कैलेंडर लॉन्च कर दिया है। जिसमें कई विभागों के खाली पड़े पदों की जानकारी विस्तृत रूप से उक्त कैलेंडर में दे दिया गया है। इस आंकड़े को देखने के बाद युवाओं में उत्साह जगा है।
मोदी सरकार ने अपने संकल्प पत्र में नौकरियों को लेकर कोई बड़ा ऐलान नहीं किया है जिससे युवाओं में खासा निराशा है। 400 रुपए की मिनिमम वेज की गारंटी देकर कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू किए गए मनरेगा में प्रतिदिन मजदूरी दर को बढ़ाने का वादा किया है महिलाओं को इससे आकर्षित करने का प्रयास किया गया है।
क्षेत्रीय दलों ने और इंडी अलायन्स ने भाजपा को पानी पिलाने का ठान लिया है जिसका व्यापक परिणाम इस चुनाव में मिल सकता है। पहले चरण के चुनाव संपन्न होने के बाद भाजपा गठबंधन के 300 आंकड़े को पार करना मुश्किल दिखाई देता है हालांकि भाजपा ने चार सौ पार का नारा दिया है जो गले की फांस बन रही है। भारतीय जनता पार्टी ने पिछले 10 सालों में सरकारी एवं निजी उपक्रमों में जॉब्स क्रिएट करने में सफलता नहीं दिखा पाई है। जबकि कई नौकरियां लोगों ने गंवा डाली। नोटबंदी के दौरान मोदी सरकार के प्रथम कार्यकाल में और दूसरे कार्यकाल में कोविड कोरोना काल के दौर में निजी उपक्रमों ने मंदी का हवाला देते हुए छंटनी में रिकॉर्ड बना डाला।
वैसे यह कैलेंडर कांग्रेस पार्टी ने जारी किया है। जिसमें सरकार बनते ही 6 महीने की भीतर इन भर्तियों को पूरा करने का वादा कांग्रेस ने किया है। जिस कांग्रेस पार्टी को भाजपा और मोदी सरकार मुद्दा विहीन बताती है उस पार्टी ने युवाओं को भी वोट देने का मुद्दा दे दिया है। महिलाओं में ₹100000 वाली सालाना योजना भी धमाल मचा कर रखी है। बहरहाल यह तो आने वाला वक्त बताएगा कि वोट जनता किस मुद्दे पर देने वाली है।