भारत सहित दुनिया के कई देशों में EVM की मदद से चुनाव कराये जाते हैं और भारत, भूटान, नेपाल, जॉर्डन, मालदीव, नामीबिया, और मिस्र को EVM से सम्बंधित तकनीकी सहायता उपलब्ध कराता है. हालाँकि इंग्लैंड, फ़्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित दुनिया के कई देशों ने ईवीएम के उपयोग पर प्रतिबंध (EVM Ban)लगा दिया है।
चीन, दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश है लेकिन वहां पर लोकतंत्र नहीं है इस कारण भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश माना जाता है. भारत में आम चुनाव 5 वर्ष की अवधि के बाद कराये जाते हैं लेकिन यदि सरकार 5 साल के पहले गिर जाए तो पहले भी चुनाव कराये जा सकते हैं।
भारत में बहुत साल तक चुनाव मतदान पत्र की मदद से कराये जाते रहे हैं लेकिन यह प्रक्रिया काफी महँगी, धीमी, अपारदर्शी और पर्यावरण विरुद्ध थी इस कारण देश में प्रयोग के तौर पर पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का प्रयोग 1982 में केरल ‘पारुर विधानसभा’ क्षेत्र में किया गया था।
इसके बाद 1999 के लोकसभा चुनावों में भारत में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का प्रयोग सीमित निर्वाचन क्षेत्रों में किया गया था जबकि 2004 के लोकसभा चुनाव के बाद से भारत में प्रत्येक लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव में मतदान की प्रक्रिया पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन द्वारा ही संपन्न करायी जा रही है।