कवर्धा:- छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार मतलब सत्ता परिवर्तन होने के बाद लगातार अवैध अतिक्रमण मामले में बुलडोजर की कार्यवाही जारी है इसी बीच दिनांक 9 जनवरी 2024 दिन मंगलवार को अवैध कब्जा अतिक्रमण के मामले में भू राजस्व विभाग की टीम द्वारा कबीरधाम जिले के लोहारा ब्लॉक ग्राम पंचायत बड़ौदा कला के ग्राम बितली में भी अतिक्रमण हटाने की बात को लेकर तहसीलदार के टीम द्वारा बुलडोजर चला दिए
घर मालिकों का गंभीर आरोप है कि हमें बिना नोटिस दिए हमारे मकान को तोड़ दिए हैं और घर वाले को यह भी कहना है कि तहसीलदार द्वारा ना ही गांव के सरपंच, कोटवार,पटवारी को उनके माध्यम से नोटिस नहीं पहुंचाया है और ना ही हमें भी नोटिस की कोई जानकारी नहीं दी है हम लोग जिस निवास में रहते है उनका हम भारतीय संहिता अर्थ दंड भी पटाते चले आ रहे है उनके बिना नोटिस दिये तहसीलदार ने घर में बुलडोजर चला दिये और घर मलिक का यह भी आरोप है की हमारे मकान में बीवी बच्चे थे बिना सूचना के ही घर तोड़े जा रहे थे नहीं हमको कुछ सामान हटाने दिया हमारे घर का पूरा सामान से लेकर राशन तक खाना पकाने के लिए एक भी समान नहीं है पूरे सामग्री दब चुका है घर मालिकों का यह भी कहना है कि कमाई का जरिए मुर्गी पालन कर रहे थे वह भी पूरे घर में दबकर मर गए है किसानी करने के लिए बैल था वह भी उनका कोई पता नहीं है
देश की शान कहने वाले माटी पुत्र किसान का धान भी पूरे मिट्टी से दब कर बिखर चुका है अपनी समस्या बताते हुए कहते है की हम एक किसान है पुरे मेहनत खून पसीने के जरिए धान की फसल उपजाए थे मगर तहसीलदार द्वारा उनको भी नही हटाने दिया और न ही इकट्ठा करने दिया पूरा धान बिखर चुका है खाने के लिए भी दाना नहीं है
एक गर्भवती महिला अपनी दुख का उत्पीड़न बताते है कीगर्भवती महिला ने खूब अपनी उत्पीड़न बताते हुए गर्भवती महिला का कहना है की हमारे घर को पूरा तोड़ दिया है बिना नोटिस के तहसीलदार द्वारा तोड़ा गया है मेरे गर्भ में पल रहे बच्चे तथा मेरा परिवार बे घर हो चुके है महिला बताते है की गांव में कुछ मितानिन दीदी लोग है जो अवैध कब्जे की बात को लेकर उनके घर को तोड़वाने में भूमिका निभाए है
सवाल यही है भू राजस्व विभाग से जब भू राजस्व विभाग अवैध कब्जे मकान तोड़ने की नोटिस जारी करते है तो नोटिस आखिर कहा चला गया क्या कोई निगल गया ?! क्या तहसीलदार किसी के दबाव में घर तोड़ा गया है। या खुद मनमानी के चलते मकान तोड़ा गया ?इस बात को लेकर मीडिया में संशय बना हुआ है