कामधेनु विश्वविद्यालय में मुर्गी पालन प्रबंधन एवं उद्यमिता विकास पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण
दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, दुर्ग के कुलपति डॉ. आर.आर.बी.सिंह के मार्गदर्शन एवं पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, अंजोरा के अधिष्ठाता डॉ.एस.के.तिवारी के नेतृत्व में मुर्गी पालक किसानों एवं उद्यमियों के विशेष मांग पर मुर्गी पालन प्रबंधन एवं उद्यमिता विकास में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 21 से 23 फरवरी 2024 तक किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में मुर्गी पालन संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे छत्तीसगढ़ में मुर्गी पालन की संभावनाऐं, छत्तीसगढ़ की जलवायु के लिए उपयुक्त नस्ले, उनके आवास एवं सामान्य प्रबंधन, कुक्कुट आहार का प्रबंधन, मुर्गियों में रोग प्रबंधन एवं प्राथमिक उपचार, मुर्गियों में होने वाली महत्वपूर्ण बीमारियां, उनका टीकाकरण, रोकथाम, कम लागत में मुर्गी घर का निर्माण, उनकी प्रजनन व्यवस्था, ब्रूडिंग, चूजा, ग्रोवर, लेयर पालन एवं प्रबंधन छत्तीसगढ़ एवं भारत सरकार द्वारा मुर्गी पालन व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे एन.एल.एम. (नेशनल लाइवस्टॉक मिशन) एवं नाबार्ड पोषित योजनाएं, आवेदन प्रक्रिया, बैंक लोन की प्रक्रिया, छत्तीसगढ़ राज्य में रीपा (रुरल इंडस्ट्रियल पार्क) अंतर्गत मुर्गी पालन में संभावनाओं के बारे में विभिन्न विषय विशेषज्ञों के द्वारा सारगर्भित व्याख्यान एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण शुल्क रु. 3600 (बिना रहवासी) एवं रु. 4000 (रहवासी) रखा गया है। इस प्रशिक्षण की अधिक जानकारी के लिए प्रशिक्षण प्रभारी डॉ.ओमप्रकाश दीनानी, सहा.प्राध्यापक मो.नं. 6395784673 एवं डॉ.एस.के. तिवारी, अधिष्ठाता पशुचिकित्सा एवं पशुपालन, महाविद्यालय अंजोरा, दुर्ग तथा विश्वविद्यालय जनसंपर्क अधिकारी डॉ. दिलीप चौधरी से संपर्क किया जा सकता है।