रायपुर. महादेव ऑनलाइन सट्टा एप मामले में रायपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. एप के मास्टर माइंड दीपेश सिंह चौहान समेत 6 आरोपियों को भिलाई से गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा कि ये सटोरिए लोगों को झांसा देकर उनके बैंक खाते इस्तेमाल करते थे. पार्षद दीपक जायसवाल के भाई को भी शिकार बनाया था.
पूरा मामा आजाद चौक थाना क्षेत्र का है. शिकायत के बाद सटोरियों पर पुलिस ने कार्रवाई की है. पुलिस के मुताबिक, इन सटोरियों ने देश में दर्जनों लोगों के खातों से करोड़ों रुपए का हेरफेर किया है.
प्रार्थी दुर्गेश जायसवाल ने थाना आजाद चौक में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह आमापारा आजाद चौक में रहता है और सीसीटीवी व उससे संबंधित व्यवसाय करता है. देवेश सिंह चौहान नामक व्यक्ति ने प्रार्थी को बताया कि वह सरकारी कार्याें के सीसीटीवी कैमरा लगाने का टेंडर प्राप्त कर कार्य करता है और शेयर से संबंधित ब्रोकरी का भी कार्य करता है, जिसमें अच्छी कमाई हो जाती है, परंतु उक्त कार्य करने के लिए उसके पास कोई भी प्रायवेट प्रोपराइटर फर्म नहीं है, क्योंकि उसका पुराना लोन की पूर्ति नहीं होने के कारण बैंक में उसका सीआर रिकार्ड सही नहीं होने से उसे फर्म सें संबंधित दस्तावेज प्राप्त नहीं हो पा रहे है. इसलिए काम काज थोड़ा ठीक नहीं चल रहा है.
कुछ दिन बाद में देवेश सिंह चौहान पुनः प्रार्थी से मिलने उसके कार्यालयीन पते पर आया और अपने साथ व्यापार करने का प्रस्ताव दिया, जिसमें उसके द्वारा यह बताया गया कि प्रार्थी के फर्म का उपयोग करके शेयर मार्केट में तथा सरकारी सीसीटीवी कैमरा लगाने के टेंडर में उपयोग करेगा, जिसमें जो भी लाभ प्राप्त होगा उसमें वह प्रार्थी को भी 10 प्रतिशत का मुनाफा देगा. प्रार्थी को देवेश सिंह चौहान की बात में विश्वास हो गया कि भिलाई के क्षेत्र में भी व्यवसाय कर लाभ हो जाएगा. देवेश सिंह चौहान के बोलने पर प्रार्थी ने 7.08.2023 को यश बैंक लिमिटेड शाखा सिविल लाइन रायपुर में जाकर एक चालू खाता को एक खाता अपने फर्म मेसर्स मोमेन्टस फोटोग्राफी के नाम से खुलवाया और देवेश के कहने पर प्रार्थी 20000 हजार रुपये देकर खाता खुलवाया. इसमें से 05 हजार देवेश सिंह चौहान द्वारा मिलकर 08.08.2023 को चालू खाता में किसी ईमरान नामक व्यक्ति से डलवाकर 25 हजार आईएमपीएस के माध्यम से भेजकर खाते को पर्याप्त बैलेंस उपलब्ध करवाया.
प्रार्थी द्वारा दिये हुए नगद 20 हजार रुपए को देवेश द्वारा प्रार्थी के बैंक ऑफ बडोदा के बचत खाते सुंदर नगर रायपुर में आईएमपीएस के माध्यम से 14.08.2023 को चालू खाते में शाखा सुंदर नगर रायपुर में जमा करवा दिया. प्रार्थी और देवेश सिंह चौहान के मध्य में व्यपार सें संबंधित ईकरार नामा कराया गया था, जिसमें देवेश सिंह चौहान द्वारा प्रार्थी फर्म का नाम गुमस्ता लाइसेंस/उधमी लाईसेंस एवं यश बैंक शाखा सिविल लाईन रायपुर के खाता नंबर एवं डेबिट कार्ड चेक बुक तथा जिस पर चालू खाते से संबंधित मोबाइ नंबर को सिम सहित देवेश सिंह चौहान अपने पास रखा होना बताया गया.
26.08.2023 को प्रार्थी के मोबाइल के ई-मेल अकाउन्ट में यश बैंक से मैसेज आया, जिसमें एटीएम का पिन जनरेट करना था. खाते से संबंधित मैसेज आया दोपहर को मेरे द्वारा पुनः अपना ई-मेल अकाउन्ट चेक करने पर उसे अपने उक्त फर्म के यश बैंक के खाता में बहुत सारे बेनामी पैसे के आने जाने का मैसेज दिखा, जिसे देखते ही प्रार्थी द्वारा यश बैंक के कस्टमर केयर में फोन लगाकर 26.08.2023 को दोपहर 01.38 बजे में उक्त चालू खाते को डेबिट फ्रिज करवाया गया. 28.08.2023 को यश बैंक सिविल लाइन रायपुर में जाकर फर्म के चालू खाते की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त की. प्रार्थी ने देवेश से पैसा आने-जाने के संबंध में पूछा लेकिन वह टाल मटोल करने लगा.
प्रार्थी द्वारा 10 प्रतिशत लाभ को मांगने पर आज कल कहते हुए आनाकानी कर उसे लाभांश भी नहीं दिया गया. देवेश सिंह चौहान ने अन्य व्यक्तियों के साथ मिलकर प्रार्थी के फर्म के चालू खाते का जानकारी दिये बगैर धोखे में रखकर उसके बैंक खाते को अवैध तरीके से दुरूपयोग कर पैसे का ट्रांजेक्शन कर प्रार्थी के साथ धोखाधड़ी कर आर्थिक नुकसान पहुंचाया गया, जिस पर आरोपी देवेश सिंह चौहान के विरूद्ध थाना आजाद चौक में अपराध दर्ज किया गया.
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट, थाना आजाद चौक पुलिस की संयुक्त टीम ने घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ कर आरोपी की पतासाजी की और मामले के मुख्य आरोपी देवेश सिंह चौहान को पकड़ा. आरोपी देवेश सिंह चौहान से घटना के संबंध में कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह महादेव एप के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा संचालित करने वालों के सीधे सम्पर्क में था. वह प्रार्थी को अपने झांसे में लेते हुए उसका खाता खुलवाकर उसके खाते का उपयोग ऑनलाइन सट्टा से प्राप्त होने वाले पैसे के लेन-देन में करता था. पूछताछ में आरोपी द्वारा अन्य आरोपी शैलेन्द्र सिंग उर्फ सन्नी, सियोन पाल, रामकृपाल साहू, हरीश वर्मा एवं कौशल प्रसाद लहरे को ऑनलाइन सट्टा में पैसो के लेन-देन के लिए अपने बैंक खातों को देने के बदले में उन्हें पैसा देना बताया गया. इस पर घटना में संलिप्त आरोपी शैलेन्द्र सिंग उर्फ सन्नी, सियोन पाल, रामकृपाल साहू, हरीश वर्मा एवं कौशल प्रसाद लहरे की भी पतासाजी कर पकड़ा गया.
सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना से संबंधित 07 नग मोबाइल फोन, 01 नग पासबुक, 04 नग एटीएम कार्ड, 01 नग चेकबुक, 02 नग सिमकार्ड जब्त कर आरोपियों के विरूद्ध मामला दर्ज कर सभी को जेल भेजा गया. गिरफ्तार आरोपियों से इस व्यवसाय में जुड़े अन्य लोगों के संबंध में भी विस्तृत पूछताछ व जांच की जा रही है.
गिरफ्तार आरोपी
सिंह चौहान पिता नूरसिंह चौहान निवासी 111 शीतलापारा आर्य नगर कोहका सुपेला भिलाई जिला दुर्ग।
शैलेन्द्र सिंग उर्फ सन्नी पिता जगीरा सिंग उम्र 31 साल निवासी संतराबाड़ी थाना मोहन नगर भिलाई जिला दुर्ग।
सियोन पाल पिता कौशल पाल उम्र 22 साल निवासी सेक्टर 06 सड़क 32 थाना कोतवाली भिलाई जिला दुर्ग।
रामकृपाल साहू पिता देवराम साहू उम्र 34 साल निवासी इन्द्रावती नगर कोहका थाना सुपेला भिलाई जिला दुर्ग।
हरीश वर्मा पिता राजकुमार वर्मा उम्र 30 साल निवासी सेक्टर 06 बी मर्केट भिलाई थाना सुपेला जिला दुर्ग।
कौशल प्रसाद लहरे पिता चौथ प्रसाद लहरे उम्र 24 साल निवासी रटगा थाना मरवाही जिला गौरला पेण्ड्रा मारवाही।