शत्रुघ्न धनकर के संपर्क में निर्दलीय और एमआईसी पार्षद
पाला बदलकर कांग्रेस में शामिल हुए शत्रुघन धनकर पुनः भाजपा में शामिल।
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में अफरा तफरी मची हुई है। भाजपा ने लोकसभा चुनाव के मध्य नजर चुनावी कार्यालय का विधानसभा स्तर पर शुभारंभ किया दुर्ग ग्रामीण विधानसभा में रिसाली निगम क्षेत्र में डुंडेरा और नेवई क्षेत्र के कुछ लोग पाला बदलकर भाजपा में शामिल हुए सभी को लोकसभा प्रभारी चंदूलाल साहू, सांसद विजय बघेल दुर्ग ग्रामीण विधानसभा विधायक ललित चंद्राकर ने सभी को भगवा गमछा पहनाकर स्वागत किया गया।
उनके समर्थक अभी महापौर परिषद में
शत्रुघ्न धनकर के आने से लोकसभा चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस को झटका लगा है। क्षेत्र के राजनीति के जानकारों के अनुसार नेवई मरोदा क्षेत्र के पार्षदों को जीताने हराने में समाजसेवी शत्रुघ्न धनकर कई चुनाव में अहम रोल अदा करते आए हैं। वे भाजपा के ही कैडर रहे हैं ऐसी जानकारी मिली है।
इसके पूर्व विधानसभा चुनाव में पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को जीत की गारंटी देने वाले शत्रुघ्न धनकर के पाला बदलने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि कुछ पार्षद बीजेपी के संपर्क में जरूर अब हो गए होंगे। लोकसभा चुनाव के पहले यहां निर्दलीय या कांग्रेसी पार्षद भाजपा का दामन थाम सकते हैं। बड़े नाम के तौर पर शत्रुघ्न धनकर ने शामिल होकर यह संदेश भी दे दिया है। जानकारी जुटाने पर पता चला कि पिछले निगम चुनाव में शत्रुघ्न धनकर के मनपसंद के आधार पर भाजपा द्वारा प्रत्याशी घोषित नहीं करने पर कांग्रेस की ओर झुकाव हो गया था, और बताते हैं कि दो से तीन निर्दलीय पार्षदों को उन्होंने जिताया था। धनकर नेवई स्थित बैकुंठ धाम मंदिर समिति के संरक्षक हैं।
बीजेपी बहरहाल कभी भी प्रत्याशी घोषित कर सकती है तो वहीं कांग्रेस खेमे की हलचल नजर ही नहीं आ रही है। जिसके चलते निगम में कांग्रेस खेमे के पार्षद भी बेहद संशय में है।
अब बहुत कुछ साफ हो रहा
पूर्व में ताम्रध्वज साहू पर कांग्रेसियों से ज्यादा भाजपाइयों को ज्यादा तवज्जो देने का आरोप लगता रहा कांग्रेसियों को पूर्व में अपने काम करवाने में एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ता था। तो वही विपक्षियों का काम भली भांति होता था। विपक्षियों को मैनेज करने के चक्कर में तात्कालिक विधानसभा चुनाव में ताम्रध्वज साहू को मुंह की खानी पड़ी थी। जो लोग कांग्रेसी कार्यक्रम में देखे जाते थे फ्लेक्स बैनर लगाते थे ऐसे लोग सत्ता जाने के बाद पाला बदल ले रहे हैं। इन घटनाओं से कांग्रेसियों को सबक लेने की जरूरत है।